Menu

News of Madhya Pradesh India

Hindi news portal of Bhopal. read regular fresh news of Bhopal, Indore, Gwalior, Jabalpur. whole state reporting with MP News Portal

10 August 2017

नर्मदा बचाओं नेत्री मेघा पाटकर गिरफ्तार भेजा जेल

पाटकर गिरफ्तार भेजा जेल

धार: नर्मदा बचाओ आंदोलन नेत्री मेधा पाटकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा. उन्हें बुधवार रात करीब 8 बजे पुलिस की मौजूदगी में एसडीएम के समक्ष पेश किया गया. जहां पर पाटकर को एक साल तक डूब क्षेत्र में नहीं जाने का बांड भरने के लिए कहा गया. लेकिन उन्होंने मुचलके की राशि जमा करने और बांड भरने से इंकार कर दिया. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जिला जेल भेज दिया गया. इससे पहले सुबह मेधा पाटकर को इंदौर बॉम्बे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था.

गिरफ्तारी पर मेधा पाटकर ने कहा कि उनके साथ अत्याचार किया जा रहा है. महिला होने के बाद भी रात को 8 बजे के बाद जेल भेजा जा रहा है. 14 दिन की भूख हड़ताल के बाद अस्पताल से अपने कार्यक्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मिलने जाते समय उन्हें गिरफ्तार कर धार की जेल में बंद कर दिया जाना मानवीय संवेदनाओं और सारे संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन था. आख़िरकार लंबी बहस के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. प्रशासन ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मेधा पाटकर पर पूर्व में भी कई प्रकरण दर्ज हैं.

सरदार सरोवर बाँध के डूब प्रभावित क्षेत्र को खाली करने के लिए 31 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन समाप्त हो गई थी. फिर भी कुछ लोग वहीं जमा हुए थे. 8 अगस्त को डूब प्रभावितों द्वारा दायर याचिका सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पुन: खारिज कर दी गई. फिर भी मेधा पाटकर द्वारा डूब क्षेत्र में जाने की कोशिश की जा रही थी.

पाटकर सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावितों के पूर्ण पुनर्वास को लेकर वे अनशन पर बैठीं थी. वे 40 हजार परिवारों के हक की लड़ाई लड़ रहीं थी. आंदोलन के 12वें दिन प्रशासन ने मेधा और उनके साथ अनशन कर रहे लोगों को उठाकर अस्पताल में भर्ती करवाया दिया था.

उधर, चिखल्दा में डूब प्रभावितों का आंदोलन जारी है. बुधवार को भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ पर नर्मदा बचाओ आंदोलन के नेतृत्व में 200 से ज्यादा डूब परिवारों ने धार जिले से नर्मदा पार होकर 6 किमी का दांडी मार्च निकाला. सभी पैदल चलकर बड़वानी के पास विस्थापित गांधी समाधि पहुंचे.

Retrieved from(websites).

comments powered by Disqus