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15 January 2024

रामलला मंदिर प्राण प्रतिष्ठा, अरुण योगिराज की मूर्ती चयन

अरुण योगिराज मूर्ती चयन

अयोध्या: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारिया जोरो पर जारी. गर्भगृह में स्थापित करने रामलला की मूर्ति का चयन किया गया. कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा कृष्णशिला पर निर्मित मूर्ति रामलला सरकार के श्री विग्रह के रूप में लगेगी. अयोध्या में बन रहे राममंदिर के रामलला की प्रतिमा बनाने का काम तीन मूर्तिकारों को सौंपा गया था. अरुण के परिजन उनकी मूर्ति का चयन होने से बहुत प्रसन्न हैं.

गौरतलब है कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं. राम मंदिर में कौन सी मूर्ति स्थापित की जाएगी, इसका ऐलान हो गया है. कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा कृष्णशिला पर निर्मित मूर्ति का चयन किया गया है, जो कि रामलला सरकार के श्री विग्रह के रूप में लगेगी.

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि अरुण योगीराज की बनाई रामलला की मूर्ति का चयन हुआ. इस मूर्ति को राम मंदिर में स्थापित किया जाएगा. कृष्णशिला पर बनाई गई मूर्ति का वजन 150 से 200 किलोग्राम है. अयोध्या में बन रहे राममंदिर के रामलला की प्रतिमा बनाने का काम तीन मूर्तिकारों को सौंपा गया था. योगीराज ने प्रतिमा 6 माह अयोध्या में रहकर बनाई. उन्होंने रामलला के बालस्वरूप को दर्शाने के लिए लगभग 2000 बच्चों की तस्वीरें देखी.

मैसूर के अरुण योगीराज देश में सबसे अधिक चर्चित मूर्तिकारों में से एक हैं. योगीराज अरुण अपने परिवार की 5वीं पीढ़ी में मूर्ति बनाने का काम कर रहे हैं. अरुण अपने पिता और दादा के कार्यों से प्रभावित होकर मूर्ति कला के इस क्षेत्र में कदम रखा था. उनके पूर्वज मैसूर के राजा के समय से मूर्ति कला के क्षेत्र में कार्यरत थे. अरुण एमबीए करने के बाद कॉरपोरेट क्षेत्र में नौकरी की थी लेकिन वापस मूर्तिकला के क्षेत्र में लौट आए.

अरुण योगीराज ने देश में कई बड़ी हस्तियों और देवी-देवताओं की मूर्ति बनाई है. इनमें इंडिया गेट के पास अमर जवान ज्योति के पीछे लगी सुभाष चंद्र बोस की 30 फीट की मूर्ति भी शामिल है. उन्होंने केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची मूर्ति से लेकर मैसूर में 21 फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा को भी बनाया है.

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